नई दिल्लीः वाटर रेसिस्टेंस मोबाइल का मतलब है ऐसा मोबाइल जो पानी के संपर्क में आने पर भी खराब न हो। यानी अगर मोबाइल पर थोड़ी देर के लिए पानी गिर जाए या वह हल्की बारिश या पसीने में भीग जाए, तो वह सामान्य तौर पर काम करता रहता है। लेकिन वाटर रेसिस्टेंस का मतलब ये नहीं होता कि मोबाइल पूरी तरह से वॉटरप्रूफ है। हर मोबाइल की पानी से सुरक्षा की एक सीमा होती है, जिसे तकनीकी रूप
से IP रेटिंग
से बताया जाता है।
IP रेटिंग क्या है?
IP का मतलब है इंग्रेस प्रोटेक्शन या
इंटरनेशनल प्रोटेक्शन रेटिंग। IP रेटिंग में 2 अंक होते हैं, जैसे- IP65, IP68, IP69
पहला अंक: ये बताता है कि मोबाइल ठोस चीजों जैसे
धूल, रेत
से कितनी सुरक्षित है। ये 0 से 6 तक होता है।
0:
कोई सुरक्षा नहीं,
धूल आसानी से
मोबाइल के अंदर जा सकती है।
1:
अंगुली जैसी छोटी
चीजें डिवाइस के अंदर जा सकती हैं।
2:
12.5mm तक के
सामान डिवाइस में जा सकते हैं।
3:
मोटे तार और 2.5mm
तक की चीजें
डिवाइस में घुस सकती है।
4:
1mm की छोटी चीज से
सुरक्षित।
5:
थोड़ी धूल अंदर जा
सकती है, लेकिन
डिवाइस को नुकसान नहीं होगा।
6:
डिवाइस पूरी तरह
धूल से सुरक्षित है।
दूसरा अंक: ये बताता है कि मोबाइल पानी या नमी से
कितना सुरक्षित है। ये 0 से 9 तक होता है।
0:
डिवाइस पानी में
खराब हो सकता है।
1:
हल्की बूंदों से
सुरक्षा।
2:
15 डिग्री झुकाव तक
हल्की बूंदों से सुरक्षा।
3:
60 डिग्री तक पानी
के स्प्रे से सुरक्षित। बारिश में कॉल कर सकते हैं।
4:
हर दिशा से पानी
के छींटों से सुरक्षित।
5:
कम दबाव वाले पानी
के जेट से सुरक्षित।
6:
तेज दबाव वाले
पानी के जेट से सुरक्षित।
7:
1 मीटर गहरे पानी
में 30 मिनट
तक सुरक्षित।
8:
1.5 मीटर से ज्यादा
गहरे पानी में 30 मिनट तक सुरक्षित
9:
हाई-प्रेशर,
हाई-टेम्परेचर
पानी के जेट से सुरक्षित।
अगर किसी अंक की जगह X हो जैसे IPX5,
तो इसका मतलब है
कि उसे धूल से सुरक्षा के लिए का टेस्ट नहीं किया गया लेकिन पानी से सुरक्षा का
स्तर 5 है।
वाटर रेसिस्टेंस मोबाइल के क्या फायदे?
·
बारिश में भीगने से खराब नहीं होता।
·
पसीने या छींटों से सुरक्षित रहता है।
·
गलती से पानी गिर जाए तो भी चल सकता है।
किन बातों का ध्यान रखें?
वाटर रेसिस्टेंस स्थायी नहीं होता,
समय के साथ घट
सकता है। मोबाइल को जानबूझकर पानी में डालना खतरनाक हो सकता है। समुद्री पानी,
साबुन वाला पानी,
क्लोरीन और
नमकयुक्त पानी या गर्म पानी से बचाएं। सबसे जरूरी बात ज्यादातर मामलों में पानी से
हुए नुकसान को वारंटी कवर नहीं करती है, भले ही फोन में IP रेटिंग हो।