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Chhattisgarh

रायपुर की महिला विधायक रजनी ताई का निधन, एक क्लिक में जानें उनका पूरा जीवन

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रायपुर: भाजपा की वरिष्ठ नेता और रायपुर की पहली महिला विधायक रजनी ताई उपासने का बुधवार को निधन हो गया। उनके निधन पर सीएम विष्णुदेव साय और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष किरण सिंह देव समेत पार्टी के सभी नेताओं ने शोक जताया है।


भाजपा की मातृशक्ति रजनी ताई

सादगी, समर्पण और सशक्त नारी शक्ति की प्रतीक रजनी ताई को भारतीय जनता पार्टी की मातृशक्ति कहा जाता है। रजनी ताई रायपुर विधानसभा क्षेत्र की पहली महिला विधायक रही हैं। आपातकाल के दौरान उनके तीन बेटे 19 महीने जेल में थे। उन्होंने अपने जीवन में बहुत सारे उतार-चढ़ाव देखे। 


रजनी ताई का जीवन

रजनी ताई का जन्म 28 अप्रैल 1933 को महाराष्ट्र के परतवाड़ा में हुआ था। प्रारंभिक शिक्षा के बाद युवा अवस्था में उनका विवाह दत्तात्रेय प्रह्लाद उपासने से हुआ। 1967 में उनका परिवार बालोद से रायपुर आ गया। उनके चार बेटे हैं- जगदीश उपासने, सच्चिदानंद उपासने, गिरीश उपासने और हेमंत उपासने। रजनी ताई और उनका परिवार हमेशा से संघ और राष्ट्र के लिए समर्पित रहा। रजनी ताई ने अन्याय और भ्रष्टाचार के विरुद्ध अनेक आंदोलन किए और जेल गईं। 


आपातकाल के दौरान भूमिगत आंदोलन

आपातकाल के विरुद्ध रजनी ताई ने भूमिगत आंदोलन का सफल संचालन किया था। तब उनके तीन बेटों को जेल में डाल दिया गया था और निजी कंपनी में कार्यरत उनके पति का ट्रांसफर सतना कर दिया गया था। घर में रजनी ताई के साथ दूसरी-तीसरी में पढ़ने वाला सबसे छोटा बेटा भर था। उनके घर हर दूसरी रात पुलिस अंडरग्राउंड कार्यकर्ताओं की खोज में छापा मारती थी। लेकिन रजनी ताई कभी डरी नहीं। हर सुबह वो मीसाबंदियों के परिवारों को राशन और दवा जैसी मदद पहुंचाने के लिए निकल पड़ती थी। मीसाबंदियों की पेरोल के लिए उन्होंने कलेक्ट्रेट में धरना तक दिया। एक दिन रायपुर कलेक्टर ने रजनी ताई जी को घर सील कर जेल भेजने की धमकी दी तो ताई जी ने दो टूक जवाब दिया कि उनके तीनों बेटे आपातकाल के विरोध में जेल में हैं.. अब खुद भी जेल जाना पड़ा तो कोई फर्क नहीं पड़ता।

आपातकाल के बाद 1978 में हुए चुनाव में रजनी ताई ने रायपुर विधानसभा से चुनाव जीतकर इतिहास रच दिया। वो रायपुर की पहली महिला विधायक बनीं। 1978 से 1980 तक अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने महिलाओं और वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए उल्लेखनीय काम किया। इसके साथ ही समाज कल्याण बोर्ड की उपाध्यक्ष और विभिन्न संगठन के पदों पर प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर उन्होंने काम किया। भाजपा की महिला मोर्चा को सशक्त करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही। 


पीएम मोदी ने किया फोन

रजनी ताई का भाजपा सहित दूसरे दलों के वरिष्ठ नेताओं से घनिष्ठ संपर्क था। अटल बिहारी वाजपेयी, लालकृष्ण आडवाणी, सुषमा स्वराज सहित अनेक नेताओं के साथ उनके व्यक्तिगत संबंध रहे। यही कारण है कि कोरोना काल के दौरान 20 अप्रैल 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनसे फोन पर सीधे बातचीत कर हाल-चाल जाना था।


27 अगस्त 2025 को रजनी ताई के निधन की खबर से राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ पड़ी। रजनी ताई का निधन संपूर्ण समाज के लिए अपूरणीय क्षति है। समाज और राष्ट्रहित में उनके योगदान सदैव स्मरणीय रहेंगे।


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