रायपुर/गिरिडीह: देश में पत्रकारिता और पत्रकारों का स्तर किसी से छिपा नहीं है। लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माने जाने वाला पत्रकार देश-दुनिया की बात आपतक पहुंचाता है लेकिन उसके बदले उसकी जान हमेशा दांव पर लगी रहती है। कहीं उस पर जानलेवा हमला होता है तो कहीं उसकी औकात पूछ ली जाती है। ताजा मामला छत्तीसगढ़ और झारखंड का है। छत्तीसगढ़ विधानसभा के शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन कांग्रेस के विधायकों और पत्रकार सुनील नामदेव के बीच तीखी बहस हुई तो वहीं दूसरी ओर झारखंड के गिरिडीह में ईटीवी भारत के पत्रकार अमरनाथ सिन्हा पर रिपोर्टिंग के दौरान जानलेवा हमला किया गया।
पत्रकार सुनील नामदेव से पूछी औकात
छत्तीसगढ़ विधानसभा में शुक्रवार को एक मामले को लेकर सत्ता पक्ष और कांग्रेसी विधायकों के बीच तीखी नोक-झोक हुई। सदन के भीतर जारी कार्यवाही के बीच कांग्रेसी विधायकों ने बहिर्गमन कर दिया और वो महात्मा गांधी की प्रतिमा के समीप बैठ कर सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। इसी दौरान पूर्व सीएम भूपेश बघेल से पत्रकार सुनील नामदेव ने भ्रष्टाचार को लेकर सवाल पूछे। पूर्व मुख्यमंत्री जवाब देने के बजाए आगे बढ़ गए और नारेबाजी कर रहे तमाम कांग्रेस विधायक चौकीदार चोर है के नारे लगाने लगे। इस पर पत्रकार सुनील नामदेव ने व्यंग्य किया तो कांग्रेसी विधायकों ने उन्हें घेर लिया। बहस तीखी हो गई और कांग्रेस विधायकों ने एक पत्रकार की औकात तक पूछ डाली।
भूपेश बघेल ने सुरक्षा में चूक बताया
पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने मामले को लेकर एक्स पर लिखा कि "विधानसभा परिसर में एक कथित पत्रकार बिना पास प्रवेश कर गया और उसने दुर्व्यवहार किया। यह सुरक्षा चूक की घटना है। यह माननीय सदस्यों की सुरक्षा का मामला है। मैं उम्मीद करता हूं कि माननीय विधानसभा अध्यक्ष समुचित कार्रवाई करेंगे।"
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इसके बाद विधानसभा सचिवालय द्वारा जारी प्रेस नोट में बताया गया कि कांग्रेस विधायक दल की शिकायत के आधार पर, स्पीकर डॉ रमन सिंह के आदेश के अनुसार, सुनील नामदेव के दुर्व्यवहार को ध्यान में रखते हुए उनका पत्रकार दीर्घा का प्रवेश पत्र निरस्त कर दिया गया है।
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के मीडिया सलाहकार पंकज झा ने एक्स पोस्ट कर कांग्रेस पर तल्ख हमला बोला है। उन्होंने लिखा है कि "बात केवल दिल्ली की ही नहीं है, सारी कांग्रेस एक तरह से अराजकता की पैदावार हो गयी है। सवाल पूछने मात्र से कितनी बौखलाहट हो रही है देखिए। पूर्व मुख्यमंत्री उकसाते हैं और कांग्रेस के अधिकांश विधायक टूट पड़ते हैं पत्रकार पर। आज की ही यह छत्तीसगढ़ विधानसभा की घटना है। अगर यह सदन नहीं होता तो शायद लिंचिंग कर देते ये लोग पत्रकार की। एक साथ सभी विधायक किसी एक पत्रकार पर इस तरह टूट पड़े हों, यह शायद पहला मामला होगा। निंदनीय!"
गिरिडीह में ईटीवी भारत के संवाददाता पर जानलेवा हमला
झारखंड के गिरिडीह में ईटीवी भारत के संवाददाता अमरनाथ सिन्हा पर जानलेवा हमला हुआ है। अमरनाथ सिन्हा टोल प्लाजा पर अवैध वसूली की रिपोर्टिंग के लिए अजीडीह पहुंचे थे। इसी दौरान सात आठ गुंडों ने अचानक उनपर हमला कर दिया और जान से मारने की धमकी दी। गुंडों ने कहा कि अगर यहां खबर बनाने आए तो जान से मारकर फेंक देंगे। इस दौरान दो अन्य पत्रकार उन्हें बचाने पहुंचे तो गुंडों ने उनके साथ भी मारपीट की। गंभीर रूप से घायल अमरनाथ सिन्हा को इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
पत्रकार पर जानलेवा हमले की खबर फैसते ही झारखंड सरकार के मंत्री सुदिव्य कुमार सोनू ने सदर अस्पताल में पत्रकार अमरनाथ सिन्हा से बात कर पूरी घटना की जानकारी ली। मुफस्सिल थाना प्रभारी श्याम किशोर महतो ने भी सदर अस्पताल पहुंचकर आरोपियों के बारे में पूछताछ की और आगे की कार्रवाई में जुट गए। पत्रकारों ने इस घटना पर आपत्ति जताते हुए कड़ी निंदा की है।
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