चित्रकोटः बस्तर क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण की पहली बैठक चित्रकोट में संपन्न हुई। इस बैठक में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए टूरिज्म कॉरिडोर बनाने का फैसला लिया गया। इसके तहत बस्तर के 7 जिलों में मौजूद पर्यटक स्थलों को आपस में जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही दूरदराज के क्षेत्रों में लोकतंत्र की जड़ें मजबूत करने के लिए विकास की योजनाओं पर चर्चा की गई। इस अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सौर समाधान और नमो बस्तर एप लॉन्च किया। इसके साथ ही सौर ऊर्जा चलित पॉवर बैंक का शुभारंभ हुआ।
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि जनजाति क्षेत्रों के विकास के लिए राशि की कोई कमी नहीं होगी। CSR मद में भी काफी राशि उपलब्ध है। प्रदेश में डबल इंजन की सरकार है। केंद्र और राज्य दोनों सरकार जनजातीय समुदायों के विकास के लिए संवेदनशील है। उन्होंने ये भी कहा कि नियद नेल्ला नार योजना के जरिए सड़क, पुल-पुलिया, स्कूल, अस्पताल, आंगनवाड़ी, पेयजल, बिजली, मोबाइल टॉवर जैसी अधोसंरचनाएं अंदरूनी गांवों तक पहुंचाई जा रही हैं।
मंत्रियों, सांसद, विधायकों ने दिए सुझाव
बैठक में शामिल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और विधायक किरण देव ने कहा कि शोधार्थी छात्रों को सुविधाएं देने सेंट्रल इंस्ट्रुमेंटल लैबोरेटरी की स्थापना की जानी चाहिए। वहीं उप मुख्यमंत्री अरुण साव ने कहा कि नियद नेल्लानार जैसी योजना और बस्तर ओलंपिक का आयोजन विकास की पहल की झलक है। वन मंत्री केदार कश्यप ने मछली पालन, डेयरी को बढ़ावा देने और किसानों को सिंचाई सुविधा उपलब्ध कराने नदी किनारे बिजली की लाइन बिछाने और सामूहिक खेती को प्रोत्साहित करने के सुझाव दिए। उन्होंने खेल अकादमी की स्थापना पर भी चर्चा की।
वित्त मंत्री ओपी चौधरी ने होटल मैनेजमेंट संस्थान, नर्सिंग कॉलेज, ऑर्गेनिक, नैचुरल फॉर्मिंग शुरू करने और पोटा केबिन को स्थायी बनाने का सुझाव दिया। बस्तर क्षेत्र विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष लता उसेंडी ने हर गांव में कृषि सेवा केंद्र के साथ शिक्षा और उद्यमिता पर जोर दिया। बस्तर में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने पर भी सरकार फोकस कर रही है। बैठक में मंत्रियों ने NMDC के अधिकारियों से चर्चा की और तय हुआ है कि बस्तर में एक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल का निर्माण कराया जाए।
बस्तर विकास प्राधिकरण की बैठक में खाद्य मंत्री दयाल दास बघेल, स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल, उद्योग मंत्री लखनलाल देवांगन, महिला एवं बाल विकास मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े, राजस्व मंत्री टंकराम वर्मा, सांसद महेश कश्यप और बस्तर संभाग के विधायकों सहित जिला पंचायत अध्यक्ष और बस्तर क्षेत्र के तमाम अधिकारी मौजूद रहे।